अहंकार-बल-दर्प-काम-क्रोध-

लोभ और अहंकार से कैसे बचें ? | HD | Sant Shri Asharamji BapuПодробнее

लोभ और अहंकार से कैसे बचें ? | HD | Sant Shri Asharamji Bapu

श्रीमद्भगवद्गीता  यथारूप : अध्याय 16 - श्लोक 18Подробнее

श्रीमद्भगवद्गीता  यथारूप : अध्याय 16 - श्लोक 18

अहंकार, बल, दर्प, काम, क्रोध और परिग्रह को त्याग कर ममत्वभाव से रहित और शान्त पुरुष - B.G. 18.53Подробнее

अहंकार, बल, दर्प, काम, क्रोध और परिग्रह को त्याग कर ममत्वभाव से रहित और शान्त पुरुष - B.G. 18.53

अहंकार, बल, दर्प, काम और क्रोध के वशीभूत हुए परनिन्दा करने वाले ये लोग अपने और दूसरों - B.G. 16.18Подробнее

अहंकार, बल, दर्प, काम और क्रोध के वशीभूत हुए परनिन्दा करने वाले ये लोग अपने और दूसरों - B.G. 16.18

अहंकार, बल, दर्प, काम और क्रोध के वशीभूत हुए परनिन्दा करने वाले ये लोग अपने और दूसरों - B.G. 16.18Подробнее

अहंकार, बल, दर्प, काम और क्रोध के वशीभूत हुए परनिन्दा करने वाले ये लोग अपने और दूसरों - B.G. 16.18

BG 16.18 झूठे दिखावे का परिणाम Take shelter of the Lord all time भगवान की सेवा में हमेशा कैसे लगे?Подробнее

BG 16.18 झूठे दिखावे का परिणाम Take shelter of the Lord all time भगवान की सेवा में हमेशा कैसे लगे?